भारत की एक विशेष मशीन जिसे चंद्रयान-3 कहा जाता है, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव (south pole) कहे जाने वाले एक विशेष हिस्से पर उतर चुकी है। यह स्थान अब ‘शिवशक्ति प्वाइंट‘ कहलाएगा। चंद्रयान-2 नाम की एक अन्य मशीन जिसका चंद्रमा पर प्रभाव हुआ था, उस स्थान को ‘तिरंगा प्वाइंट‘ कहा जाएगा।
शिव शक्ति पॉइंट क्या है
चंद्रमा पर वह स्थान जहां 23 अगस्त, 2023 को चंद्रयान-3 लैंडर उतरा था, उस स्थान को अब ‘शिवशक्ति प्वाइंट‘ कहा जाता है। इसरो (ISRO) ने लैंडिंग साइट की एक तस्वीर साझा (Share) की, जिसमें लैंडर का एक पैर और छाया दिखाई दे रही है। लैंडर का स्थान अमेरिका के चंद्र टोही ( Lunar reconnaissance) ऑर्बिटर पर एक कैमरे द्वारा प्रदान किए गए विशिष्ट निर्देशांक (specific coordinates) द्वारा चिह्नित (mark) किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि चंद्रमा पर यह विशेष स्थान आने वाली पीढ़ियों को मानवता के लाभ के लिए विज्ञान का उपयोग करने की याद दिलाएगा। लोगों का ख्याल रखना हमारी सबसे अहम जिम्मेदारी है ।
तिरंगा पॉइंट क्या है –
चंद्रमा पर वह खास जगह जहां चंद्रयान-2 उतरा, उसे अब ‘तिरंगा प्वाइंट‘ कहा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि यह स्थान हमें भारत में प्रेरित करेगा और हमें याद दिलाएगा कि भले ही हम असफल हों, यह अंत नहीं है। नासा (NASA) ने उस सटीक स्थान का पता लगाया जहां दिसंबर 2019 में लैंडर विक्रम उतरा था। ( इम्पैक्ट साइट – 70.8810°S 22.7840°E )
सारांश –
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक और बहुत अहम बात कही । उन्होंने कहा कि अब से हम हर साल 23 अगस्त को एक विशेष दिन मनाएंगे जिसे राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस कहा जाएगा । यह दिन उस दिन की याद दिलाएगा , जब भारत ने चांद पर अपना झंडा फहराया था। इस लेख में हमने बताया कि चाँद पर शिवशक्ति पॉइंट और तिरंगा पॉइंट क्या है । उम्मीद है आपको ये आर्टिकल हेल्पफुल लगा होगा, धन्यवाद ।